Patna News : बिहार की राजधानी पटना के फतुहा इलाके में नारायणा पुल के नीचे मिले शव की पहचान नालंदा जिले के दीपनगर थाना क्षेत्र निवासी सुभाष यादव के रूप में हुई.

Patna News : इस हत्या के पीछे पारिवारिक साजिश का खुलासा हुआ है, जिसमें सुभाष यादव के दामाद राजमणि और समधी मंजू पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है. शव की पहचान तब हो सकी जब मृतक की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं. इसके बाद मृतक की मां गौरी देवी, भाई पृथ्वी यादव और धनंजय यादव फतुहा थाने पहुंचे और शव मिलने की पुष्टि की.
परिजनों के मुताबिक 23 दिसंबर 2024 को सुभाष यादव अचानक लापता हो गया था. उनका आरोप है कि उसी दिन उसके दामाद राजमणि और समधी मंजू उसे अपने साथ ले गए थे, जिसके बाद उसका कोई पता नहीं चला. परिजनों ने नालंदा के दीपनगर थाने में सुभाष की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया.
परिजनों का आरोप है कि आरोपी दबंग हैं और पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की. धनंजय यादव ने बताया कि उनके भाई सुभाष यादव के पास 9 बीघा जमीन थी, जिस पर उनके दामाद राजमणि की नजर थी. राजमणि चाहते थे कि सुभाष यह जमीन उनके नाम पर रजिस्ट्री कर दे. लेकिन जब सुभाष ने इनकार कर दिया तो राजमणि ने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी.
इस मामले में समधी मंजू भी राजमणि के साथ थीं. जब शव मिला तो उस पर कुछ खास निशान मिले, जिससे परिजनों को हत्या की साजिश की पुष्टि हुई. शव पर ईसीजी पैच और हाथ में ड्रिप का निशान था. इससे साफ है कि आरोपियों ने मौत को बीमारी से हुई सामान्य मौत साबित करने की कोशिश की.
परिजनों का कहना है कि सुभाष पूरी तरह स्वस्थ थे और उन्हें कोई गंभीर बीमारी नहीं थी. इस मामले में पुलिस की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं. सुभाष यादव की मां गौरी देवी जब अपने बेटे के लापता होने के संबंध में दीपनगर थाने गईं तो पुलिस ने उन्हें बताया कि बीमारी से सुभाष की मौत हो गई है और उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
लेकिन जब शव पटना के फतुहा में मिला तो परिजनों का शक गहरा गया. परिजनों ने पुलिस प्रशासन से दामाद राजमणि और समधी मंजू के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही पुलिस की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए हैं।
इस घटना ने एक बार फिर बिहार में जमीन विवाद के चलते हत्याओं के मामलों को उजागर कर दिया है। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच करती है या नहीं। पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा या नहीं, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
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Author: News Patna Ki
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