फार्मेसी कॉलेजों के अतिथि शिक्षकों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने मानदेय में बढ़ोतरी की है। पहले शिक्षकों को प्रति क्लास 1000 रुपये दिए जाते थे, जिसे बढ़ाकर 1500 रुपये कर दिया गया है।
बिहार सरकार ने अतिथि शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी की है। इसका लाभ राज्य में संचालित सरकारी फार्मेसी मेडिकल कॉलेज और संस्थानों के अतिथि शिक्षकों को मिलेगा। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के फार्मेसी कॉलेजों के अतिथि शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था।
सरकार के इस फैसले से अतिथि शिक्षकों को प्रति क्लास 1,000 रुपये की जगह 1,500 रुपये मानदेय मिलेगा।
पांच जिलों में फार्मेसी कॉलेज स्थापित किए गए हैं
सरकार विकसित बिहार के सात निश्चयों में शामिल ‘अवसर बढ़े, आगे बढ़े’ संकल्प के तहत राज्य में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने और युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के साधन उपलब्ध कराने की मंशा से काम कर रही है। पांचों जिलों सिवान, सासाराम, बांका, नालंदा और समस्तीपुर में एक-एक फार्मेसी कॉलेज की स्थापना की गई है। इन सभी फार्मेसी कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र भी शुरू हो गया है। लेकिन इन संस्थानों में शिक्षकों की नियमित नियुक्ति नहीं हो पाई है।
एक माह में अधिकतम 50 हजार रुपए दिए जाएंगे
स्वास्थ्य विभाग नियमित नियुक्ति के लिए नियम बना रहा है। लेकिन इसमें देरी होगी। इसलिए संस्थानों में पढ़ाई बाधित न हो और यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों की कक्षाएं नियमित हों, इसके लिए वैकल्पिक तौर पर अतिथि शिक्षकों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई है। अभी तक अतिथि शिक्षकों को मानदेय के तौर पर प्रति क्लास 1000 रुपए दिए जा रहे थे। एक माह में तय अधिकतम राशि 35 हजार रुपए थी। जिसे अब बढ़ा दिया गया है। अब अतिथि शिक्षकों को प्रति क्लास 1500 रुपए दिए जाएंगे। एक माह में तय अधिकतम राशि 50 हजार रुपए है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया है।

Author: News Patna Ki
सबसे तेज सबसे पहले खबरों के लिए जुड़े रहिए NEWS PATNA KI के साथ