बिहार के भागलपुर में एक विक्षिप्त युवक ने गांव के दो बुजुर्गों की हत्या कर दी। ग्रामीणों ने उसे भी मार डाला।
Bhagalpur News : बिहार में अपराधियों का तांडव जारी है. राज्य में शायद ही कोई दिन ऐसा गुजरता हो जब हत्या, लूट, छिनतई और गोलीबारी की खबर न आती हो. जहां खाना खाकर अपने मवेशीखाने में सो रहे दो वृद्ध पशुपालकों को गांव के ही एक विक्षिप्त व्यक्ति ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला. जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और विक्षिप्त युवक की बुरी तरह पिटाई कर दी. जिससे उसकी मौत हो गई. यह घटना नाथनगर थाना क्षेत्र के रन्नूचक मकंदपुर गांव की है.

इस घटना से रन्नूचक मकंदपुर गांव से लेकर मायागंज अस्पताल तक हड़कंप मच गया। मायागंज अस्पताल पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि मानसिक रूप से बीमार युवक छोटू उर्फ अल्टर शाम में भी अजीब हरकतें कर रहा था। वह किसी को भी पीटने के लिए दौड़ रहा था। इससे पहले भी छोटू गांव के 10-12 लोगों के साथ मारपीट कर चुका था। रात में जब मवेशी चराने वाले राजीव राय (70) और जयप्रकाश राम (65) पास के बगीचे में मवेशी के बाड़े में सो रहे थे, तभी मानसिक रूप से बीमार छोटू वहां पहुंच गया।
इसके बाद छोटू ने राजीव राय और जयप्रकाश राम पर हमला कर दिया। सिर पर डंडे के लगातार वार से राजीव राय संभल पाते उससे पहले ही उनकी मौत हो गई। छोटू के हमले से जयप्रकाश राम बुरी तरह घायल होकर जमीन पर गिर पड़े, फिर छोटू ने उन्हें स्टूल के नीचे धकेल दिया। जयप्रकाश राम की चीख सुनकर दोनों के परिजन वहां पहुंचे।
परिजनों के वहां पहुंचते ही छोटू भागने लगा। इस दौरान उसने एक अन्य युवक कृष्णा राज पर भी हमला कर दिया। जिसमें कृष्णा राज भी गंभीर रूप से घायल हो गया। कृष्णा राज ने भागकर अपनी जान बचाई। परिजन घायल जयप्रकाश राम को मायागंज अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इधर, छोटू द्वारा राजीव राय और जयप्रकाश राम की हत्या की खबर पूरे गांव में फैल गई। सैकड़ों ग्रामीण अपने घरों से निकलकर छोटू की खोजबीन करने लगे। इसके बाद जैसे ही छोटू मिला, आक्रोशित ग्रामीणों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी।
घटना की सूचना मिलते ही नाथनगर थाने की पुलिस गांव पहुंची और छोटू को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाया। छोटू गंभीर रूप से घायल था। पुलिस उसे तत्काल मायागंज अस्पताल ले गई। जहां इलाज के दौरान छोटू की भी मौत हो गई। इस घटना से ग्रामीण स्तब्ध हैं। ग्रामीणों ने कहा कि ऐसी घटना की उम्मीद नहीं थी।
छोटू पिछले चार-पांच वर्षों से मानसिक रूप से बीमार था। लेकिन छोटू ने कभी इतना हिंसक रूप नहीं दिखाया। गांव के बच्चे जब उसे चिढ़ाते और दौड़ाते थे, तब भी वह सामान्य रहता था। शुक्रवार की शाम से वह अचानक हिंसक हो गया।

Author: News Patna Ki
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